बहुत खूब मंत्री जी, आपके इस कथन की सार्थकता को आप आज की कार्यशाला के अन्त तक देख पाएंगे. जो कभी हिन्दी जगत के लिए सपना हुआ करता था, आज वह इसलिए साकार हुआ क्यूंकि हमें अपने सपने पर पूर्ण विश्वास था. संध्या
बहुत खूब मंत्री जी, आपके इस कथन की सार्थकता को आप आज की कार्यशाला के अन्त तक देख पाएंगे. जो कभी हिन्दी जगत के लिए सपना हुआ करता था, आज वह इसलिए साकार हुआ क्यूंकि हमें अपने सपने पर पूर्ण विश्वास था.
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